दुनिया के सबसे पसंदीदा खेलों में से एक क्रिकेट के साथ-साथ इंडियन क्रिकेटर भी हर क्रिकेट प्रेमियों के लोकप्रिय होते जा रहे हैं। क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के मद्देनजर अन्य कई बड़ी कंपनियां स्पॉन्सर बनाने के लिए उतावले हुए जा रही है। भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के साथ-साथ महिला क्रिकेट टीम के लिए भी क्रिकेट लीग के साथ-साथ अन्य कंपनियां भी नोटों की बौछार करते दिख रही हैं। जैसे सिर्फ आईपीएल को ही देखा जाए तो अनेकों कंपनियां बहुत सारे राशियों का भुगतान कर रही है, इससे क्रिकेटर्स अत्यधिक धनवान होते चले जा रहे हैं।
बढ़ते क्रिकेट के डिमांड के साथ-साथ खिलाड़ियों के सैलरी में भी बढ़ोतरी होते रहती है। क्रिकेटर्स के लिए लग्जरी लाइफ जीना आम बात सी हो गई है। उनके लिए हर बड़ा और अत्यधिक पैसे वाला काम मानो चुटकियों का खेल है।
बच्चों में एक खिलाड़ी बनने का जज्बा तो बचपन से ही रहता है और इसमें धीरे-धीरे पेरेंट्स भी हामी भर रहे हैं तथा बच्चों के सपनों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयासरत है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि सिर्फ खेल में माहिर होना है एक सफल कैरियर बना सकता है, इसके लिए पढ़ाई भी अति आवश्यक है। अगर क्रिकेटर्स को देखा जाए तो वह काफी पढ़े लिखे भी होते हैं। आज हम ऐसे ही कुछ क्रिकेटर्स के बारे में जानेंगे जो क्रिकेट कैरियर के साथ-साथ उच्च शिक्षा भी ग्रहण किए हैं।
शिखा पांडेय- शिखा पांडेय भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सुपर स्टार खिलाड़ी हैं। शिखा इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में B.Tech की हुई हैं। वह बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल थी। वे 10वीं और 12वीं कक्षा में 90% से भी ज्यादा अंक प्राप्त की थी। इससे यह साफ-साफ कहा जा सकता है कि शिखा क्रिकेट के फिल्ड में अपना कैरियर नहीं तालासी होती तो इंजीनियरिंग के फील्ड में उनका स्थान पक्का ही था।
रविचंद्रन अश्विन- एक क्रिकेटर को हम सिर्फ क्रिकेटर ही जानते हैं, हमें कम ही पता रहता है कि क्रिकेटर इसके अलावा वे और कौन सी डिग्री हासिल किए हुए हैं। ऐसे ही क्रिकेटर हैं रविचंद्रन अश्विन, जो एक इंजीनियर भी है। क्रिकेट कैरियर में अपना कैरियर बनाने से पहले वे आईटी कंपनी में बतौर इंजीनियर भी काम कर चुके हैं। यदि आज वे क्रिकेटर नहीं होते तो इंजीनियरिंग की नौकरी कर रहे होते।
जवागल श्रीनाथ- जवागल श्रीनाथ भी अन्य क्रिकेटरों की तरह इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर चुके हैं। वे इंस्ट्रूमेंटेशन टेक्नोलॉजी में स्पेशलिस्ट हैं और इसी स्ट्रीम में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी किए हैं। वैसे तो जवागल श्रीनाथ 2002 में ही संन्यास की घोषणा कर दिए थे लेकिन सौरव गांगुली ने उन्हें विश्वकप के लिए पुनः बुलाया और वह 2003 के विश्व कप में भारतीय टीम के लिए खेले भी थे।
राहुल द्रविड़- अपने समय के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक राहुल द्रविड़ को ‘वॉल ऑफ विकेट’ के नाम से भी बुलाया जाता है। राहुल द्रविड़ एमबीए की डिग्री हासिल किए हैं। द्रविड़ अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत करने के बाद पूरी तरह से क्रिकेट पर ही केंद्रित रहे और भारतीय टीम के लिए एक धाकड़ बल्लेबाज बने। आज भी भारतीय टीम उनके जैसे बल्लेबाज की तलाश जारी रखी है।
स्मृति मंधाना- भारतीय महिला क्रिकेट की स्टार क्रिकेटर स्मृति मंधाना भी शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल थी। उनका साइंस स्ट्रीम लेने का प्लान था लेकिन अपने पैरंट्स के कहने पर वे कॉमर्स से पढ़ाई की। ज्यादातर वह अपना ध्यान क्रिकेट पर ही केंद्रित की और आज स्मृति मंधाना एक बेहतरीन क्रिकेटर के ग्रुप में विख्यात हैं।
अक्षर पटेल- बाएं हाथ के बेस्ट स्पिनर अक्षर पटेल अपने समय के क्लास टॉपर थे। वे हमेशा ही अपने सभी क्लास में अव्वल आया करते थे। लेकिन उनके परिवार का कहना था कि वह क्रिकेटर ही बने, जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत भी की। अक्षर पटेल आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हैं और वे टी20 विश्व कप का भी कभी हिस्सा रहे हैं।
वेंकटेश अय्यर- वेंकटेश अय्यर सीए की पढ़ाई कर चुके हैं। वे आज़ एक तेज तर्रार बल्लेबाज बनकर क्रिकेट में अपना धमाल मचा रहे हैं। वेंकटेश आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से ओपनिंग किए थे। वेंकटेश अय्यर के अनुसार वे यदि क्रिकेटर नहीं होते तो आईआईटी या आईआईएम अवश्य होते।