सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है क्योंकि सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट खेलते हुए हजारों रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 100 शतक लगाए हैं। युवराज सिंह भारतीय टीम के महान ऑलराउंडर खिलाड़ियों में शामिल हैं। साल 2000 में अपने इंटरनेशनल कैरियर की शुरुआत करने वाले युवराज सिंह ने साल 2017 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया।

युवराज सिंह ने साल 2007 के T20 वर्ल्ड कप और साल 2011 की एकदिवसीय वर्ल्ड कप जीतने में भारतीय टीम में काफी मदद की। अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन के चलते ही फैंस के दिलों पर राज करने वाले युवराज सिंह ने टी-20 क्रिकेट में स्टुअर्ट ब्रॉड की 6 गेंदों पर छह छक्के लगा चुके हैं। वैसे युवराज सिंह ने क्रिकेट खेलते हुए काफी कुछ हासिल किया हैं। आज इस खबर के माध्यम से हम आपको सचिन तेंदुलकर के ऐसे चार मैचों का जिक्र करेंगे जिस मैच का हिस्सा युवराज सिंह नहीं थे।

भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका- सचिन तेंदुलकर ने इस मुकाबले में दोहरा शतक लगाया था। किसी भी बल्लेबाज द्वारा एकदिवसीय क्रिकेट में पहली बार दोहरा शतक की पारी खेलने वाले खिलाड़ियों की सूची में सचिन का नाम सबसे पहले आता है। साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका के विरोध हुए, इस मुकाबले में सचिन तेंदुलकर 147 गेंदों का सामना करते हुए 25 चौके और 3 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 200 रनों की उम्दा पारी खेले थे। हालांकि इस मुकाबले की प्लेइंग इलेवन में युवराज सिंह शामिल नहीं थे और युवराज सिंह को इस बात का बहुत ही ज्यादा मलाल होगा।

भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका- अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट कैरियर में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 50वां शतक लगाया था। सचिन तेंदुलकर ने वनडे एकदिवसीय क्रिकेट में 49 और इस क्रिकेट में 51 शतक लगाए हैं। साल 2010 में सेंचुरियन के मैदान पर खेले गए इस टेस्ट मुकाबले में सचिन अपना 50वां शतक लगाए थे और इस मुकाबले के भी प्लेइंग इलेवन में युवराज सिंह शामिल नहीं थे।

भारत बनाम बांग्लादेश- सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना 100वां शतक बांग्लादेश के खिलाफ साल 2012 में एशिया कप के दौरान लगाया था। इस मुकाबले में सचिन तेंदुलकर 147 गेंदों पर 114 रनों की यादगार पारी खेले थे। हालांकि इस मुकाबले में भी युवराज सिंह भारतीय टीम में शामिल नहीं थे।

भारत बनाम वेस्टइंडीज- सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट कैरियर का समापन वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना 200वां टेस्ट मुकाबला खेलते हुए किया है। इस फेयरवेल मुकाबले में भी युवराज सिंह भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे। युवराज सिंह को इन मुकाबलों में नहीं खेलने का बहुत ही ज्यादा मलाल है, और भी बयान भी दे चुके हैं, कि कुछ यादगार मौके पर “मैं सचिन तेंदुलकर के साथ टीम में शामिल नहीं था।”