महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी के दौरान बहुत सारे नए खिलाड़ियों को मौका दिया और वे सभी खिलाड़ी अपने खेल को निखारने के साथ अच्छा प्रदर्शन किए। नए खिलाड़ियों को मौका देने का सिलसिला सौरव गांगुली की कप्तानी से चली आ रही है और यह सिलसिला अभी भी जारी है। हर एक खिलाड़ी का सपना होता है कि, वह अपने देश के लिए क्रिकेट खेले, लेकिन यह सपना सभी खिलाड़ियों का पूरा नहीं हो पाता। कई सारे खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद भी अपने देश के लिए नहीं खेल पाते, क्योंकि उन्हें मौका ही नहीं मिलता।
महेंद्र सिंह की कप्तानी में जिस खिलाड़ी ने भी डेब्यू किया, वह टीम से जल्द बाहर नहीं गया। कारण यह है कि महेंद्र सिंह धोनी ने जिस खिलाड़ी को मौका दिया, उस खिलाड़ी ने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया और ज्यादा दिनों तक टीम इंडिया को रिप्रेजेंट भी किया। धोनी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि, वे अपने खिलाड़ियों पर बहुत ही ज्यादा भरोसा करते हैं और साथ ही उन्हें मौका भी देते हैं।
धोनी के द्वारा टीम में चुने गए कुछ खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार है, जो विराट कोहली की कप्तानी में और अच्छा प्रदर्शन किए।
रविंद्र जडेजा
रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की तुलना साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी जोंटी रोड्स से की जाती है। रविंद्र जडेजा अपनी चुस्ती से बहुत सारे खिलाड़ियों को रन आउट कर चुके हैं और बहुत ही शानदार कैच भी पकड़े हैं। रविंद्र जडेजा साल 2012 में धोनी की कप्तानी में अपना अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला खेले, और उनकी खेल में ज्यादा निखार साल 2017 में आया। रविंद्र जडेजा बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजी के साथ-साथ अपनी बल्लेबाजी का भी जौहर दिखाते हैं।
मोहम्मद सामी
मोहम्मद सामी (Mohammad Sami) जो अपनी स्पिन गेंदबाजी के लिए मशहूर हैं। मोहम्मद सामी ने साल 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में अपने कैरियर की शुरुआत की। जब महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय टीम से रिटायरमेंट लिए उसके बाद मोहम्मद सामी की गेंदबाजी और ही ज्यादा खतरनाक हो गई। पहले के मुकाबले मोहम्मद सामी अभी के टाइम में, अच्छी लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करते हैं और बल्लेबाजों को खौफ में रखते हैं।
हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) का नाम वर्ल्ड क्रिकेट के लगभग सभी क्रिकेट प्रेमी जानते होंगे। बड़े-बड़े छक्के लगाने के नाम से मशहूर हार्दिक पांड्या को मुंबई इंडियंस की टीम के लिए आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने के बाद उन्हें डायरेक्ट टीम इंडिया में मौका मिला। उन्होंने इस मौके को अच्छी तरह से निभाया। पांड्या अपने कैरियर के शुरुआती दौर में इतना अच्छा प्रदर्शन कर नहीं कर पा रहे थे, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद उनके खेल में निखार आया और वे अपनी गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन किए।